शामिल हुए थे जो कभी इन्साफ की लड़ाई में,
लौट आए हैं आज नाइंसाफी का हथियार लेकर।।
निकले थे जो कभी खुशियों की सौगात पाने,
लौट आए हैं आज वो वक्त की दरकार लेकर ।।
वक्त
शामिल हुए थे जो कभी इन्साफ की लड़ाई में,
लौट आए हैं आज नाइंसाफी का हथियार लेकर।।
निकले थे जो कभी खुशियों की सौगात पाने,
लौट आए हैं आज वो वक्त की दरकार लेकर ।।