आसमान में आज एक बदल मेरा भी हैं
ओढ़ा हैं तूने पर आंचल मेरा भी हैं
ढूंढ ही ली आखिर अपनी परछाई मैंने
साँसो में तेरी एहसास शामिल मेरा भी हैं
बिन मौसन धूप खिल गयी हो जैसे
बारिश में रूह धुल गयी हो जैसे
जैसे फिर पकड़ी हैं आज उंगली मेरी किसी ने
आज दिल किसी का कायल मेरा भी हैं
Chapter 17
आसमान में आज एक बदल मेरा भी हैं
ओढ़ा हैं तूने पर आंचल मेरा भी हैं
ढूंढ ही ली आखिर अपनी परछाई मैंने
साँसो में तेरी एहसास शामिल मेरा भी हैं
बिन मौसन धूप खिल गयी हो जैसे
बारिश में रूह धुल गयी हो जैसे
जैसे फिर पकड़ी हैं आज उंगली मेरी किसी ने
आज दिल किसी का कायल मेरा भी हैं