फिकरों दी रासतें विच,
ओस वर्गी यादों विच,
खो गए हम, इश्क़ दे रास्ते,
पर दिल लड़दा जंग हँसते-हँसते।खामोश ख्वाहिशें शोर करें,
सपने जागे, रात की चादर तले।
इन आँखों में, तेरी यादों का सफ़र,
छुपी है दास्तान, प्यार की इक बहार।खामोश ख्वाहिशां, दिल को छू जातीं,
तेरी यादों की ध्वनि, दिल में समा जाती।खो गए हम, ग़लत फ़ैमियों के अंधेरे में,
पर रोशनी अब भी, तेरी ही मुस्कुराहट से।